Railway PSU कंपनी पर 1 लाख करोड़ की ऑर्डर बुक और साउदर्न रेलवे के ताजा 145 करोड़ रुपये के ऑर्डर को लेकर हाल ही में शेयर में फिर तेजी दिखी है। कंपनी का शेयर 4 दिसंबर 2025 को करीब 316 रुपये के आसपास ट्रेड हुआ और पिछले कुछ सालों में इसने मल्टीबैगर रिटर्न दिए हैं।
RVNL और ताजा ऑर्डर
RVNL एक नवरत्न रेलवे पीएसयू है, जो देशभर में बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर काम करती है। हाल ही में कंपनी को साउदर्न रेलवे से ट्रैक्शन पावर प्रोजेक्ट के लिए लगभग 145 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है, जिसे 540 दिनों में पूरा करना है। इस प्रोजेक्ट में सलेम डिवीजन में ट्रैक्शन सबस्टेशन, पावर क्वॉलिटी इक्विपमेंट, 2×25 केवी फीडिंग सिस्टम और ऑटोमैटिक फॉल्ट लोकेटर जैसी टेक्निकल सुविधाओं के डिजाइन, सप्लाई और कमीशनिंग का काम शामिल है।
1 लाख करोड़ रुपये की मजबूत ऑर्डर बुक
आरवीएनएल की कुल ऑर्डर बुक लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच चुकी है, जिससे RVNL को आने वाले कई सालों की रेवेन्यू विजिबिलिटी मिलती है। इसमें लगभग 45,000 करोड़ रुपये के पुराने असाइंड रेलवे प्रोजेक्ट्स और करीब 55,000 करोड़ रुपये के कॉम्पेटिटिव बिड से मिले प्रोजेक्ट शामिल हैं, जिनमें मेट्रो, हाई-वैल्यू EPC और इंटरनेशनल कॉन्ट्रैक्ट्स भी हैं। कंपनी के पास 75,000–80,000 करोड़ रुपये की मजबूत बिडिंग पाइपलाइन भी बताई जा रही है, जिससे भविष्य में और बड़े ऑर्डर मिलने की संभावना बनती है।
Read More : ₹76 वाले PSU Power शेयर पर टूट पड़े FIIs ! कंपनी ने शुरू किया 7.421 अरब यूनिट बिजली का सप्लाई शुरू
शेयर प्राइस, रिटर्न और 52‑वीक लेवल
RVNL का शेयर 4 दिसंबर 2025 को लगभग 316 रुपये के आसपास देखा गया, जबकि 52‑वीक हाई लगभग 501–502 रुपये और 52‑वीक लो करीब 301–302 रुपये के स्तर पर है। पिछले लगभग पांच साल में शेयर ने 1200–1700 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया है, जिससे यह रेलवे थीम में एक प्रमुख मल्टीबैगर स्टॉक बन गया है। हालांकि पिछले एक साल में शेयर में लगभग 25–30 प्रतिशत की गिरावट भी आई है, लेकिन लंबी अवधि के चार्ट पर अभी भी यह तेज़ी वाले जोन में नजर आता है।
फाइनेंशियल
मार्च 2025 तक कंपनी का मार्केट कैप लगभग 65,000 करोड़ रुपये के आसपास रहा है, जो पिछले कुछ सालों में तेज़ी से बढ़ा है। हाल के तिमाही नतीजों में रेवेन्यू में 3–5 प्रतिशत सालाना ग्रोथ और करीब 21,000–22,000 करोड़ रुपये की वार्षिक रेवेन्यू गाइडेंस का संकेत दिया गया है। कंपनी वंदे भारत ट्रेन मैन्युफैक्चरिंग, सोलर प्रोजेक्ट्स, ओवरसीज़ रेलवे और मेट्रो प्रोजेक्ट्स जैसे नए सेगमेंट में भी आक्रामक बिडिंग कर रही है, जिससे आने वाले वर्षों में बिजनेस पोर्टफोलियो और ज्यादा डाइवर्सिफाइड होने की संभावना है।
Disclaimer : शेयर बाजार में निवेश जोखिम के साथ होता है, इसलिए निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें। हम जानकारी की पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते।







