FIIs : Wockhardt Ltd के शेयर में हाल ही में जोरदार तेजी देखने को मिली, जब अमेरिका की US FDA से नई दवा Zaynich को लेकर बड़ी खबर आई और साथ ही FIIs ने भी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। इस कॉम्बिनेशन ने शेयर को एक ही दिन में करीब 12–20% तक उछाल देने वाला ट्रिगर बना दिया।
Wockhardt शेयर प्राइस
1 दिसंबर 2025 को सेशन की शुरुआत में Wockhardt का शेयर लगभग 1,235 रुपये के आसपास ट्रेड हो रहा था, जो इंट्राडे में 1,400 रुपये के करीब पहुंच गया और दिन भर में डबल डिजिट परसेंट गेन दिखा गया। अलग-अलग प्लेटफॉर्म के डेटा के अनुसार, स्टॉक का 52-week high लगभग 1,868 रुपये और 52-week low करीब 1,110 रुपये के स्तर पर रहा है, यानी शेयर अभी भी अपने हाई से नीचे लेकिन लो से अच्छी रिकवरी पर है। पिछले एक साल में शेयर ने लगभग 9–11% तक का पॉजिटिव रिटर्न दिया है, जबकि 3 साल में रिटर्न 450% के आसपास तक पहुंच चुका है, जो long-term investors के लिए strong wealth creation दिखाता है।
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FIIs की हिस्सेदारी में बढ़ोतरी
कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में Foreign Institutional Investors की हिस्सेदारी लगातार बढ़ती हुई दिख रही है, जो बाजार के लिए एक पॉजिटिव सिग्नल माना जाता है। CNBC Awaaz की रिपोर्ट के अनुसार, FII holding लगभग 6.62% से बढ़कर करीब 7.1% तक पहुंच गई है, यानी एक साल में FIIs ने नेट खरीदी की है। दूसरी तरफ कुछ प्लेटफॉर्म जैसे 5paisa के डेटा में FII/Foreign Portfolio Investors की हिस्सेदारी 7.1% दिखाई गई है, जबकि प्रमोटर की हिस्सेदारी लगभग 49–70% रेंज और पब्लिक व अन्य investors की हिस्सेदारी मिलकर 25–30% के आसपास है। FIIs की यह बढ़ती होल्डिंग यह संकेत देती है कि बड़े global investors कंपनी के बिजनेस मॉडल और भविष्य की growth story पर भरोसा कर रहे हैं।
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US FDA से Zaynich पर बड़ी खबर
Wockhardt ने जानकारी दी है कि US FDA ने उसकी नई antibiotic दवा Zaynich के लिए New Drug Application (NDA) को औपचारिक रूप से accept कर लिया है और इस molecule को Fast Track designation भी दिया है। Zaynich एक नई तरह का β-lactam enhancer molecule है, जो existing β-lactam क्लास की एंटीबायोटिक दवाओं की effectiveness बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है और खास तौर पर गंभीर, drug-resistant Gram-negative infections के इलाज के लिए targeted है। कंपनी का कहना है कि यह पहली बार है जब किसी भारतीय pharma कंपनी की New Chemical Entity (NCE) US FDA के NDA स्तर पर पहुंची और accept हुई है, जिससे Indian pharma innovation के लिए यह ऐतिहासिक milestone बन गया है।
दवा की खासियत
कंपनी के मुताबिक, Zaynich पर 2011 से लगातार research और clinical development चल रहा है और पिछले एक दशक में यह दुनिया की सबसे extensively studied नई antibiotics में से एक बन चुकी है। Fast Track status का मतलब है कि US FDA इस दवा की review को priority पर रखेगी, regulatory interaction तेज रहेगा और life-threatening infections के लिए इस दवा को relatively जल्दी market में लाने की संभावना बढ़ जाती है। एंटीबायोटिक रेसिस्टेंस आज global health emergency मानी जाती है, ऐसे में इस तरह की नई NCE से न सिर्फ कंपनी के लिए बल्कि पूरे healthcare ecosystem के लिए बड़ा commercial और clinical opportunity बन सकता है।
क्यों शेयर बना रॉकेट?
अमेरिका से आई इस regulatory positive news और FIIs की बढ़ती हिस्सेदारी ने मिलकर sentiment को अचानक strong बना दिया, जिसकी वजह से Wockhardt के शेयर में एक ही दिन में 12–20% तक की तेज रैली देखने को मिली। हाल के महीनों में शेयर ने 6 महीने की अवधि में करीब 10–11% तक का फायदा दिया है, जबकि long-term chart पर multibagger जैसा प्रदर्शन दिख रहा है, जिससे हर correction पर institutional और smart investors की buying interest बढ़ता हुआ नजर आता है।
Disclaimer : शेयर बाजार में निवेश जोखिम के साथ होता है, इसलिए निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें। हम जानकारी की पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते।







